दुनिया किसी के प्यार में- मेहदी हसन

                        उस्त्ताद मेहदी हसन
बुल बुल ने गुल से गुल ने बहारो से कह दिया
एक चादवी के चाँद ने तारो से कह दिया।

दुनिया किसी के प्यार में जन्नत से कम नही......2
एक दिलरुबा है दिल मे जो हुरो से कम नही ....2
दुनिया किसी के प्यार में

तुम बादशाह-ए-हुस्न हो हुस्न-ए-जहांन हो.......2
जान-ए-वफ़ा हो और मोहब्बत की शान हो.......2
जलवे तुम्हारे हुस्न के तारों से कम नही 
दुनिया किसी के प्यार में

भूले से मुस्कुराओ तो मोती बरस पड़े.........2
पलके उठा के देखो तो कलियां भी हंस पड़े....2
खुशबू तुम्हारी जुल्फ की फूलो से कम नही।
दुनिया किसी के प्यार में


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