उस्ताद मेहदी हसन
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी
जेसी अब हे तेरी महफ़िल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र -ओ- करार
बेकरारी तुजे ए दिल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
उनकी आँखों ने खुदा जान किया क्या जादू
के तबियत मेरी माइल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
चश्मे - ए - कातिल मेरी दुश्मन थी हमेशा लेकिन
जेसी अब हो गयी कातिल कभी वेसी तो न थी
बात करनी मुझे
क्या सबब तू जो बिगड़ता हे ज़फर से हर बार
हु तेरी हूर रेश्माइल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
https://youtu.be/KkF8kRli9Vo
बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी
जेसी अब हे तेरी महफ़िल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
ले गया छीन के कौन आज तेरा सब्र -ओ- करार
बेकरारी तुजे ए दिल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
उनकी आँखों ने खुदा जान किया क्या जादू
के तबियत मेरी माइल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
चश्मे - ए - कातिल मेरी दुश्मन थी हमेशा लेकिन
जेसी अब हो गयी कातिल कभी वेसी तो न थी
बात करनी मुझे
क्या सबब तू जो बिगड़ता हे ज़फर से हर बार
हु तेरी हूर रेश्माइल कभी ऐसी तो न थी
बात करनी मुझे
https://youtu.be/KkF8kRli9Vo
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