तेरे आने की जब खबर महकी
तेरी खुशबू से सारा घर महके
तेरे आने की
शाम महके तेरे तसव्वर से
शाम के बाद फिर शहर महके
तेरे आने की जब खबर महकी
तेरी खुशबू से सारा घर महके
रात भर सोचता रहा तुझको
जहनो दिल मेरे रात भर महके
तेरे आने की जब खबर महकी
तेरी खुशबू से सारा घर महके
याद आये तो दिल मुनव्वर वो
दीद हो जाये तो नज़र महके
तेरे आने की जब खबर महकी
तेरी खुशबू से सारा घर महके
वो घड़ी दो घड़ी जहा बैठे
वो जमी महके वो शज़र महके
तेरे आने की जब खबर महकी
तेरी खुशबू से सारा घर महके
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