कहा गयी वो वफ़ा - उस्ताद मेहदी हसन

कहा गयी वो वफ़ा आज तो चले आओ .................................
लबो पे दम हे रुका आज तो चले आओ ...............................

कहा था तुमने के आओगे चांदनी बनकर.............................2
वो चाँद ढलने लगा आज तो चले आओ ...............................2
कहा गयी वो वफ़ा आज तो चले आओ ...................................                               
अँधेरा करता जाता हे दिल की राहो में .................................2
चराग बुझने लगा आज तो चले आओ ...............................
कहा गयी वो वफ़ा आज तो चले आओ .................................

उन्हें भी आखिरी पैगाम भेज दो साहिल ..............................2
मरीज़-ए-इश्क चला आज तो चले आओ .............................2
कहा गयी वो वफ़ा आज तो चले आओ .................................






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