क्या टूटा है अंदर अंदर

क्या टूटा है अंदर अंदर क्यों चेहरा कुमलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हे याद आया है 
क्या टूटा है 

चुपके चुपके सुलग रहे थे याद में उनकी दीवाने 
एक तारे ने टूट के यारो क्या उनको समझाया है
क्या टूटा है अंदर अंदर क्यों चेहरा कुमलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हे याद आया है 
क्या टूटा है 

रंग बिरंगी इस महफ़िल में तुम क्यों इतने चुप चुप हो
भूल भी जाओ पागल लोगो क्या खोया क्या पाया है
क्या टूटा है अंदर अंदर क्यों चेहरा कुमलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हे याद आया है 
क्या टूटा है 

शहर कहा है खून है दिल का जो लफ्जो में बिखरा है 
दिल के जख्म जला कर हमने महफ़िल को गरमाया है
क्या टूटा है अंदर अंदर क्यों चेहरा कुमलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हे याद आया है 
क्या टूटा है 

अब शहजाद ये झूठ ना बोलो वो इतना बेदर्द नहीं
अपनी चाहत को भी परखो गर इल्जाम लगाया है
क्या टूटा है अंदर अंदर क्यों चेहरा कुमलाया है
तन्हा तन्हा रोने वालो कौन तुम्हे याद आया है 
क्या टूटा है 

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